Sunday, June 19, 2016

Essar पर VVIPs की फोन टैपिंग का आरोप: PMO ने होम मिनिस्ट्री से मांगी रिपोर्ट

नई दिल्ली (सं.सू.)।  VVIPs की फोन टैपिंग के मामले में पीएमओ ने होम मिनिस्ट्री से रिपोर्ट मांगी है। होम मिनिस्ट्री के मुताबिक मामले की जांच 10 दिन पहले ही शुरू कर दी गई है। जल्द ही इसे पीएमओ को सौंपा जाएगा। बता दें की Essar ग्रुप पर कई VVIPs की फोन टैपिंग का आरोप लगा है। एक वकील ने सीधे नरेंद्र मोदी को भेजी शिकायत में कहा है कि ये फोन टैपिंग 2001 से 2006 के बीच की गई। अंबानी बर्दर्स से लेकर सुरेश प्रभु और पीएमओ ऑफिस तक के फोन टैप हुए।।।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट में दावा किया गया है जिन लोगों के फोन टैप किए, उनमें मुकेश और अनिल अंबानी के अलावा सुरेश प्रभु, वाजपेयी के वक्त का पीएमओ स्टाफ, उनकी सरकार में मंत्री रहे प्रमोद महाजन और कई ब्यूरोक्रेट्स शामिल हैं। आरोप है कि इनमें से कुछ फोन टैपिंग टेलिकॉम लाइसेंसिंग के सिलसिले में हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेश उप्पल ने बीते 1 जून को इस बारे में 29 पेज की एक शिकायत पीएमओ को भेजी है।
सुरेश Essar के उस इम्प्लॉई के वकील हैं, जिस पर कथित तौर पर फोन टैपिंग का आरोप है।  शिकायत के मुताबिक, मौजूदा रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल और राम नाइक, रिलायंस ग्रुप के मुकेश और अनिल अंबानी, अनिल की पत्नी टीना अंबानी और कई टॉप ब्यूरोक्रेट्स के फोन टैप किए गए थे। यही नहीं, प्रमोद महाजन (बीजेपी के दिवंगत नेता), अमर सिंह (सपा नेता), राजीव महर्षि (तब के होम सेक्रेटरी), पीपी। वोहरा (IDBI बैंक के पूर्व चेयरमैन), केवी। कामथ (IDBI बैंक के ही पूर्व सीईओ और एमडी) और इसी बैंक की पूर्व ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर ललिता गुप्ते शामिल हैं। वाजपेयी सरकार के दौरान पीएमओ में सबसे ताकतवर अफसर माने जाने वाले ब्रजेश मिश्रा, एनके। सिंह, बीजेपी नेता किरीट सोमैया, जसवंत सिंह, पीयूष गोयल, सुधांशु मित्तल, सहारा ग्रुप के चीफ सुब्रत रॉय और अमिताभ बच्चन के नाम टैप हुई बातचीत में सामने आए थे।
सुप्रीम कोर्ट एक पीआईएल पर सुनवाई कर रहा है। इसमें Essar ग्रुप पर अपने फायदे के लिए कुछ नेताओं, ब्यूरोक्रेट्स और जर्नलिस्ट्स की फोन टैपिंग का आरोप है। पीआईएल केंद्र की तरफ से दायर की गई है। हालांकि, Essar ग्रुप ने कहा है कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है। Essar के जिस पूर्व इम्पलॉई पर टैपिंग का आरोप लगा है, उसका नाम है अलबासित खान। उप्पल उनके वकील हैं। दो महीने पहले उन्होंने Essar ग्रुप और कुछ दूसरे कॉरपोरेट्स को एक नोटिस भेजा था। सुरेश उप्पल के मुताबिक, खान Essar ग्रुप में सिक्युरिटी हेड था और उसने ये फोन टैपिंग अपने टॉप मैनेजमेंट के कहने पर ही की थी।
उप्पल के मुताबिक, 2001 में Essar के प्रशांत और रविकांत रूइया ने उसे टेलिकॉम लाइसेंस से जुड़े मामले में फोन टैपिंग करने को कहा था। उप्पल की शिकायत में उन नंबरों का भी साफ तौर पर जिक्र किया गया है, जिनके फोन टैप किए गए। सुरेश ने कहा है कि भले ही खान अभी उनके साथ नहीं हों, लेकिन सरकार को इस मामले में जांच करानी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट को भी जांच के लिए टीम बनानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि फोन टैपिंग से नेशनल सिक्युरिटी और सरकार के फैसलों के अलावा कानूनी मामलों पर गंभीर असर पड़ सकता है, क्योंकि ये टैपिंग जानबूझकर की गई है। सुरेश ने इसे टेलिकॉम पॉलिसी के भी खिलाफ बताया है। उप्पल के मुताबिक, खान ने सैकड़ों ऑडियो कैसेट्स कंपनी मैनेजमेंट को दिए जिनमें रिकॉर्ड की गई बातचीत दर्ज है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, Essar ने कहा कि सभी फैक्ट्स और आरोपों की जांच की जानी चाहिए। कॉशन नोटिस में लगाए आरोप भी बेबुनियाद और गलत हैं। हम इस बारे में जवाब देंगे। उप्पल ने जो कॉशन नोटिस भेजा है, उसमें कहा गया है कि खान का ड्रग एनफोर्समेंट बैकग्राउंड था। इसके बावजूद प्रशांत रूइया ने उसे कंपनी का सिक्युरिटी हेड बना दिया। खान 2001 से 2011 तक Essar ग्रुप का सिक्युरिटी हेड रहा।
वकील सुरेश उप्पल के मुताबिक, खान के अलावा भी Essar के कई इम्प्लॉई स्पेशल मोबाइल सिम कार्ड्स और मोबाइल इंटरसेप्टर सिम कार्ड्स इस्तेमाल करते थे। इनके जरिए ही फोन टैपिंग को अंजाम दिया जाता था। उप्पल के मुताबिक, कंपनी सफाई देती थी कि यह टैपिंग सरकार के लिए की जा रही है। 24 मई 2011 को Essar ने उलटे खान पर ही आरोप लगाया कि उसने गलत तरीके से कुछ टेप अपने पास रख लिए हैं और इसके चलते ही उससे रिजाइन मांगा गया है। हालांकि, उप्पल इन आरोपों पर कोई सफाई नहीं देते।
विदित हो कि 2 जी मामले को लेकर Essar ग्रुप पहले ही विवादों में है।

No comments: