Tuesday, June 28, 2016

बिहार में बेखौफ अपराधी, DIG से मांगी रंगदारी, परिवार को बम से उड़ाने की धमकी

पटना,विनायक विजेता। बिहार में जंगलराज का एक और नमूना सामने आया है जहां बेखौफ बदमाशों ने एक डीआईजी से बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगी है। इस मामले में डीआईजी ने FIR भी दर्ज करवा दी है। सहरसा में कोशी रेंज के डीआईजी चंद्रिका प्रसाद को बदमाशों ने फोन कर उनसे रंगदारी मांगी, साथ ही उन्हें धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो पूरे परिवार को जान से मार दिया जाएगा। सहरसा जिले में बेखौफ बदमाशों ने डीआईजी चंद्रिका प्रसाद से बीस लाख रुपए रंगदारी मांगी। यह रंगदारी डीआईजी के पर्सनल मोबाइल पर कॉल कर मांगी गई है। चंद्रिका प्रसाद ने लिखित एफआईआर दर्ज की है जिसमें कहा गया है कि फोन करने वाले ने पहले उन्हें गंदी- गंदी गालियां दी और फिर बीस लाख रुपए रंगदारी के तौर पर देने को कहा। साथ ही रंगदारी नहीं देने पर बम से पूरे परिवार को उड़ा देने की धमकी भी दी। इस मामले में FIR के बाद पुलिस ने जगह-जगह छापेमारी शुरू कर दी है लेकिन डीआईजी को धमकी देने वाले बदमाश अब तक गिरफ्त में नहीं आए हैं।
डीआईजी को यह धमकी मोबाइल संख्या 8826757488 से उनके उनके एक पर्सनल मोबाइल नंबर 9931024019 पर बीते 24 जून को दोपहर बाद मिली। डीआईजी चंद्रिका प्रसाद ने जब अपने स्तर से धमकी देने वाल मोबाइल नंबर की सीडीआर निकलवायी तो इस नंबर का सिमकार्ड विजय नगर, गाजियाबाद निवासी किसी शेष नारायण नामक व्यक्ति के नाम से निर्गत पाया गया। फोन करने वाले ने पहले डीआईजी से अभद्रता से बात की और कहा कि तुम जल्द रिटायर्ड करने वाले हो। अगर अपनी और अपने परिवार की सलामती चाहते हो तो अभी बीस लाख और रिटायरमेंट के बाद जो रुपये मिलेंगे उनमें से आधा पहुंचा देना। डीआईजी द्वारा फोन करने वाले का परिचय पूछे जाने पर पहले उसने कहा कि मैं काला चश्मा वाले ब्रह्मदेव का बेटा गांधी बोल रहा हूं और बाद में कहा कि ‘मैं यूपी से आजम खान बोल रहा हूं।’ डीआईजी की शिकायत पर इस मामले में 26 जून को सहरसा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

गौरतलब है कि आईपीएस अधिकारी चंद्रिका प्रसाद का निजी आवास पटना के बेऊर थाना क्षेत्र अंतर्गत राधाकृष्ण कॉलोनी (महावीर कॉलोनी) में है। उनके घर के पीछे दबंग टाईप के असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। चंद्रिका प्रसाद के इस आवास में पूर्व में डकैती व चोरी की तो घटनाएं हुई ही हैं कुछ माह पूर्व इन असमाजिक तत्वों ने उनके आवास के बाहर काफी हंगामा मचाया और चंद्रिका प्रसाद को जान से मारने की धमकी भी दी। इस संदर्भ में इस आईपीएस अधिकारी द्वारा बेऊर थाना में नामजद प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जबकि चंद्रिका प्रसाद के पास उस घटना से संबंधित प्रामाणिक वीडियो भी मौजूद है। डीआइजी ने रंगदारी मांगे जाने संबंधित अपने आवेदन की प्रति दरभंगा प्रक्षेत्र के आईजी और आईजी (मुख्यालय) को भी भेज दी है।

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