लखनऊ (सं.सू.)। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के बड़े नेता स्वामी
प्रसाद मौर्य ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। राष्ट्रीय महासचिव पद पर
काबिज रहे मौर्य ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर 2015 के लोकसभा चुनावों और
आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों की बिक्री का आरोप भी लगाया।
उन्होंने कहा कि मायवती ने चुनावों में पार्टी टिकट्स बेचकर बसपा को अपने
लिए व्यापार बना दिया है।
मौर्य विधानसभा में नेता विपक्ष हैं और पार्टी से उनका इस्तीफा बसपा के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है। मौर्य राज्य में पिछड़ी जाति का बड़ा चेहरा थे। मौर्य ने आरोप लगाया कि बसपा अपने समर्पित कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल रही है ताकि भाजपा को मजबूती मिले। मौर्य ने यह भी कहा कि कई बसपा विधायक उनके साथ हैं। मौर्य ने आरोप लगाया कि मायावती भीमराव अंबेडकर और पार्टी संस्थापक कांशीराम के नाम का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘मायावती दलित की नहीं, दौलत की बेटी है।’
मौर्य के इस्तीफे के कुछ देर बार ही मायावती ने प्रेस कांफेंस कर कहा कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य पार्टी नहीं छोड़ते तो उन्हें बाहर निकालना पड़ता। मायावती ने कहा, ”मौर्य को वंशवाद की राजनीति में यकीन था, उन्हें अपने परिवार के लिए टिकट चाहिए था। मौर्य ने हमेशा अपने बेटे, बेटी के लिए टिकट मांगे। मैंने उनसे कहा कि सिर्फ आपको ही टिकट मिलेगा। चूंकि उनके बच्चों को टिकट नहीं मिला, उन्होंने पार्टी छोड़ दी और आरोप लगा रहे हैं कि मैं टिकटों की नीलामी करती हूं।
मायावती ने कहा कि मौर्य एक ऐसी पार्टी ज्वाइन करने जा रहे हैं जो वंशवाद की राजनीति में यकीन रखती है। उन्होंने यह भी कहा कि मौर्य के लिए समाजवादी पार्टी सबसे बेहतर विकल्प साबित होगी।
मौर्य विधानसभा में नेता विपक्ष हैं और पार्टी से उनका इस्तीफा बसपा के लिए तगड़ा झटका माना जा रहा है। मौर्य राज्य में पिछड़ी जाति का बड़ा चेहरा थे। मौर्य ने आरोप लगाया कि बसपा अपने समर्पित कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल रही है ताकि भाजपा को मजबूती मिले। मौर्य ने यह भी कहा कि कई बसपा विधायक उनके साथ हैं। मौर्य ने आरोप लगाया कि मायावती भीमराव अंबेडकर और पार्टी संस्थापक कांशीराम के नाम का गलत इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ‘मायावती दलित की नहीं, दौलत की बेटी है।’
मौर्य के इस्तीफे के कुछ देर बार ही मायावती ने प्रेस कांफेंस कर कहा कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य पार्टी नहीं छोड़ते तो उन्हें बाहर निकालना पड़ता। मायावती ने कहा, ”मौर्य को वंशवाद की राजनीति में यकीन था, उन्हें अपने परिवार के लिए टिकट चाहिए था। मौर्य ने हमेशा अपने बेटे, बेटी के लिए टिकट मांगे। मैंने उनसे कहा कि सिर्फ आपको ही टिकट मिलेगा। चूंकि उनके बच्चों को टिकट नहीं मिला, उन्होंने पार्टी छोड़ दी और आरोप लगा रहे हैं कि मैं टिकटों की नीलामी करती हूं।
मायावती ने कहा कि मौर्य एक ऐसी पार्टी ज्वाइन करने जा रहे हैं जो वंशवाद की राजनीति में यकीन रखती है। उन्होंने यह भी कहा कि मौर्य के लिए समाजवादी पार्टी सबसे बेहतर विकल्प साबित होगी।
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