पटना (सं.सू.)। बिहार पुलिस की एक बड़ी चूक सोशल मीडिया पर सामने आई है। पुलिस ने रेप पीड़िता का नाम सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया है। सोशल मीडिया एक्टिविस्ट शुभ्रस्था शिखा को जवाब देने के चक्कर में मोतिहारी की रेप पीड़िता का नाम और पता आधिकारिक फेसबुक पेज पर सार्वजनिक कर दिया गया।
बिहार में महिला अपराध को शुभ्रस्था ने सीएम नीतीश को खुला पत्र लिखा था। मूल रूप से नीतीश के ही गृह जिले नालंदा की रहने वाली शुभ्रस्था शिखा सोशल मिडिया ऐक्टिविस्ट हैं और असम चुनाव के वक्त बीजेपी से जुड़ी थीं। शुभ्रस्था ने बिहार में महिलाओं के खिलाफ हालिया घटनाओं पर नीतीश को घेरा तो सीएम नीतीश ने इसे गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से जवाब देने के लिए कहा।
बिहार पुलिस ने इसी कोशिश में आधिकारिक फेसबुक पेज पर शुभ्रस्था के पत्र का जवाब दिया। इसी जवाब में बड़ी चूक सामने आई। बिहार पुलिस ने रेप पीड़िता का नाम और पता सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया।
बिहार पुलिस की इस गलती ने उसे निशाने पर भी ला दिया है। महिला आयोग की पूर्व सदस्य शमीना शफीक ने कहा कि ये सिस्टम का फेलियर है। पुलिस को पीड़ित की तस्वीर न डालकर क्रिमिनल की डालनी चाहिए ताकि देश का कुछ भला हो सके। वहीं, जेडीयू के श्याम रजक ने कहा कि इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। इसकी जांच होनी चाहिए।
बीजेपी ने नीतीश के 'पीके' का तोड़ निकालने के लिए कभी प्रशांत किशोर (पीके) की ही सहयोगी रही शुभ्रस्था शिखा को ही उनके सामने खड़ा कर दिया है। बिहार चुनाव के वक्त जेडीयू के लिए काम कर चुकी शुभ्रस्था पीके से मतभेद के बाद असम चुनाव में बीजेपी से जुड़ीं और अब वो लगातार सोशल मीडिया के जरिए नीतीश को घेर रही हैं।
शुभ्रस्था ने बिहार में महिला अपराध को लेकर 24 जून को सीएम नीतीश के नाम खुला पत्र लिखा। शुभ्रस्था नालंदा की रहने वाली हैं इसलिए खुद को बिहार की एक बेटी बताकर नीतीश से जवाब मांगा था। जानकर बता रहे हैं कि पीके के मुताबिक शुभ्रस्था के पत्र का जवाब तैयार हुआ और बिहार पुलिस के ऑफिसियल एफबी पेज पर उसे पोस्ट किया गया। नीतीश और बीजेपी के दो सलाहकारों की ये लड़ाई अब बड़े दिलचस्प दौर में है।
बिहार में महिला अपराध को शुभ्रस्था ने सीएम नीतीश को खुला पत्र लिखा था। मूल रूप से नीतीश के ही गृह जिले नालंदा की रहने वाली शुभ्रस्था शिखा सोशल मिडिया ऐक्टिविस्ट हैं और असम चुनाव के वक्त बीजेपी से जुड़ी थीं। शुभ्रस्था ने बिहार में महिलाओं के खिलाफ हालिया घटनाओं पर नीतीश को घेरा तो सीएम नीतीश ने इसे गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों से जवाब देने के लिए कहा।
बिहार पुलिस ने इसी कोशिश में आधिकारिक फेसबुक पेज पर शुभ्रस्था के पत्र का जवाब दिया। इसी जवाब में बड़ी चूक सामने आई। बिहार पुलिस ने रेप पीड़िता का नाम और पता सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया।
बिहार पुलिस की इस गलती ने उसे निशाने पर भी ला दिया है। महिला आयोग की पूर्व सदस्य शमीना शफीक ने कहा कि ये सिस्टम का फेलियर है। पुलिस को पीड़ित की तस्वीर न डालकर क्रिमिनल की डालनी चाहिए ताकि देश का कुछ भला हो सके। वहीं, जेडीयू के श्याम रजक ने कहा कि इस तरह के मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। इसकी जांच होनी चाहिए।
बीजेपी ने नीतीश के 'पीके' का तोड़ निकालने के लिए कभी प्रशांत किशोर (पीके) की ही सहयोगी रही शुभ्रस्था शिखा को ही उनके सामने खड़ा कर दिया है। बिहार चुनाव के वक्त जेडीयू के लिए काम कर चुकी शुभ्रस्था पीके से मतभेद के बाद असम चुनाव में बीजेपी से जुड़ीं और अब वो लगातार सोशल मीडिया के जरिए नीतीश को घेर रही हैं।
शुभ्रस्था ने बिहार में महिला अपराध को लेकर 24 जून को सीएम नीतीश के नाम खुला पत्र लिखा। शुभ्रस्था नालंदा की रहने वाली हैं इसलिए खुद को बिहार की एक बेटी बताकर नीतीश से जवाब मांगा था। जानकर बता रहे हैं कि पीके के मुताबिक शुभ्रस्था के पत्र का जवाब तैयार हुआ और बिहार पुलिस के ऑफिसियल एफबी पेज पर उसे पोस्ट किया गया। नीतीश और बीजेपी के दो सलाहकारों की ये लड़ाई अब बड़े दिलचस्प दौर में है।
No comments:
Post a Comment