नई दिल्ली (सं.सू.)। तकनीक की दुनिया की दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट अब
गांजा के धंधे में उतर गई है। दरसअल, कंपनी ने कैलिफोर्निया के स्टार्टअप
'काइंड फाइनेंशियल' के साथ एक करार किया है। काइंड सरकार के लिए वैसे
सॉफ्टवेयर तैयार करती है, जो गांजा के कारोबार पर नजर रखने वाली एजेंसी की
निगरानी में काम आता है।
हालांकि, यहां यह भी बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट वाशिंगटन स्थित कंपनी है, जहां गांजा वैध है। अमेरिका के ज्यादातर राज्यों ने गांजा के इस्तेमाल को चिकित्सा और मौजमस्ती के लिए वैध करार दिया है। लेकिन केंद्रीय कानून की तरह ये अभी भी प्रतिबंधित है।
माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार के तहत काइंड अब माइक्रोसॉफ्ट के Azure क्लाउड सर्विस पर काम करेगी। काइंड के सीईओ डेविड डिनेनबर्ग ने कहा, 'हमने करार किया है और अब हम इसके तहत माइक्रोसॉफ्ट की सेल्स टीम का भी इस्तेमाल करेंगे।'
गौरतलब है कि अमेरिका में गांजा को लेकर राज्य और केंद्र में अलग कानून के कारण भ्रम की स्थिति रहती है। इस कारण बड़ी कंपनियां अभी भी करोड़ों डॉलर के इस व्यापार में शामिल होने से बचती रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने 'बीबीसी' को एक ईमेल बयान में बताया कि यह साझेदारी सरकारी ग्राहकों और साझेदारों को उनके मिशन को पूरा करने में मददगार साबित होगी।
हालांकि, यहां यह भी बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट वाशिंगटन स्थित कंपनी है, जहां गांजा वैध है। अमेरिका के ज्यादातर राज्यों ने गांजा के इस्तेमाल को चिकित्सा और मौजमस्ती के लिए वैध करार दिया है। लेकिन केंद्रीय कानून की तरह ये अभी भी प्रतिबंधित है।
माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार के तहत काइंड अब माइक्रोसॉफ्ट के Azure क्लाउड सर्विस पर काम करेगी। काइंड के सीईओ डेविड डिनेनबर्ग ने कहा, 'हमने करार किया है और अब हम इसके तहत माइक्रोसॉफ्ट की सेल्स टीम का भी इस्तेमाल करेंगे।'
गौरतलब है कि अमेरिका में गांजा को लेकर राज्य और केंद्र में अलग कानून के कारण भ्रम की स्थिति रहती है। इस कारण बड़ी कंपनियां अभी भी करोड़ों डॉलर के इस व्यापार में शामिल होने से बचती रही हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने 'बीबीसी' को एक ईमेल बयान में बताया कि यह साझेदारी सरकारी ग्राहकों और साझेदारों को उनके मिशन को पूरा करने में मददगार साबित होगी।
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